
कोहरे व कड़ाके की ठंड से गर्म कपड़ाें का बाजार तेजी से बढ़ रही…
कोहरे व कड़ाके की ठंड के साथ तेजी से बढ़ रही सर्दी ने गर्म कपड़ों की बिक्री में तेजी ला दी है। एक हफ्ते के अंदर तेजी से बड़ी सर्दी ने तो लोगों को ठंड का एहसास करा दिया है। जिसके चलते शहर में लगने वाले फुटपाथ दुकानों में गर्म कपड़ों की जमकर खरीदारी हो रही है। बदले मौसम के चलते ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। कोहरे व ठंड से गर्म कपड़ों की बिक्री में तेजी से उछाल आया है। जहां एक सप्ताह पहले तक गर्म कपड़ों की बिक्री कम थी वही अचानक गर्म कपड़ों की मांग में खासी वृद्धि हुई है। मौसम के मिजाज को देखते हुए लग रहा है कि आने वाले दो-तीन दिन में सर्दी और बढ़ जाएगी। शहर में लगने वाले फुटपाथ दुकानों में गर्म कपड़ों की कई दुकान लगी हुई है जिन पर धड़ल्ले से गर्म कपड़े व उन आदि की खरीदारी देखी गई। अधिकांश महिलाओं की तो उन पर अधिक भीड़ दिखाई दी। गर्म कपड़ों की मांग बढ़ने से कपड़े बेचने वालों के भी चेहरे खिले दिखाई दे रहे हैं। जहां एक और वृद्धों को बच्चों को ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़े खरीदे जा रहे हैं वहीं इस हार में महिलाएं व युवा भी पीछे नहीं है। वह भी बदलते फैशन में विभिन्न रूपों में उपलब्ध गर्म कपड़ों की जमकर खरीदारी कर रहे हैं। फुटपाथ दुकानदार मुकेश कुमार का कहना है कि सर्दी के दस्तक के साथ ही गर्म कपड़े खरीदने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है। उधर सर्दी व कोहरे के कारण बाजार प्रातः को कई कई घंटे देरी से खुल रहे हैं तथा शाम को दिन ढलते ही बाजार बंद हो जाते हैं जिससे सन्नाटा पसरा रहता है ठंड से स्कूल कॉलेजों में छात्रों की संख्या भी घटने लगी है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आसमान साफ होने से ठंड बढ़ रही है। कुछ दिन तक एेसे ही मौसम रहेगा। रविवार को धूप का आंखमिचौनी चलता रहा। पूरे दिन सर्द भरा मौसम रहा। दिन में भी लोग गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आए। मौसम के जानकार ओमकृष्ण ने बताया कि वातावरण में नमी होने और हवा की रफ्तार कम होने के कारण ओस गिर रही है। हवा की गति 8 से 10 किमी प्रति घंटे रही। जम्मू कश्मीर व हिमाचल प्रदेश में हो रही बर्फबारी के कारण भी मौसम में बदलाव आया है। अभी कुछ दिन ऐसा ही मौसम रहेगा।
मौसम विभाग के अनुसार तापमान में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं होगा। कुछ दिन ऐसा ही मौसम रहेगा। जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ेगी। मौसम के जानकार ओमकृष्ण ने बताया कि वातावरण में पैदा होने वाली नमी के कारण ओस बनती है। रात में तापमान कम होने के कारण धरती ठंडी होती है।